GOVERNMENT GIRLS DEGREE COLLEGE,SHAHGANJ,JAUNPUR (U.P.)
यूजीसी की धारा 2एफ और 12बी के तहत राजकीय महिला महाविद्यालय,शाहगंज,जौनपुर, उत्तर प्रदेश के रूप में मान्यता प्राप्त और वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय, जौनपुर, उत्तर प्रदेश से संबद्ध इस महाविद्यालय की स्थापना 2016 में हुई थी। इसका आदर्श वाक्य "उत्तिष्ठत, जाग्रत, प्राप्य, वरान्निबोधत" (उठो, जागो, विद्वानों को खोजो और ज्ञान अर्जित करो) ने महाविद्यालय को उच्च शिक्षा में उत्कृष्टता के अपने उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए प्रेरित किया। यह महाविद्यालय उत्तर प्रदेश में अपने स्वस्थ शिक्षण-शिक्षण वातावरण, प्रशासन और अपने कुशल एवं सक्षम शिक्षण एवं प्रशासनिक कर्मचारियों द्वारा बनाए गए अनुशासन के लिए प्रसिद्ध है।
कॉलेज परिसर में ही एक छात्रावास, खेल का मैदान, प्रधानाचार्य आवास और शिक्षकों व कर्मचारियों के लिए सीमित संख्या में स्टाफ क्वार्टर हैं, जो उच्च शिक्षा में गुणात्मक सुधार के लिए अनुशासन, शिक्षण और पाठ्येतर गतिविधियों के लिए एक अच्छा वातावरण प्रदान करने हेतु मिलकर काम करते हैं। कॉलेज का एक दक्षिणी परिसर भी है, जिसे भविष्य में विकसित किया जाना है।
वर्तमान में, महाविद्यालय में कला के 12 विषयों और विज्ञान के 5 विषयों में अध्यापन की सुविधा उपलब्ध है, जिससे विद्यार्थी अपना करियर बना सकते हैं। विभिन्न विषयों में अध्ययन हेतु लगभग 1000 छात्र नामांकित हैं। महाविद्यालय, स्नातक कला संकाय (बी0ए0) स्नातक विज्ञान संकाय (बी0एस-सी0) और स्नातक वाणिज्य संकाय (बी0काम0) के विषय में पाठ्यक्रम भी संचालित करता है, जो वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय, जौनपुर से स्थायी रूप से संबद्ध है और उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा अनुमोदित है।
कॉलेज में ई-लाइब्रेरी , वाचनालय और पुस्तक बैंक सुविधाओं से युक्त एक समृद्ध पुस्तकालय है। छात्रों, शोधकर्ताओं और संकाय सदस्यों को ई-संसाधनों तक पहुँच प्रदान करने के लिए कॉलेज एन-लिस्ट (राष्ट्रीय पुस्तकालय एवं सूचना सेवा अवसंरचना फॉर स्कॉलरली कंटेंट) का सदस्य है। सभी विभागों में लैपटॉप और इंटरनेट कनेक्टिविटी उपलब्ध है। परिसर का अपना वाई-फाई नेटवर्क है। कॉलेज में एक सुसज्जित कंप्यूटर लैब है। पाठ्येतर गतिविधियों में खेल, एनसीसी (राष्ट्रीय कैडेट कोर), एनएसएस (राष्ट्रीय सेवा योजना) और रेंजर्स कार्यक्रम शामिल हैं। छात्रों ने इन गतिविधियों में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है। ये पाठ्येतर गतिविधियाँ छात्रों के व्यक्तित्व विकास में सहायक होती हैं।
इसके अलावा कॉलेज में अच्छी तरह से विकसित छात्र सहायता प्रणाली है जिसमें विभिन्न गतिविधियां और योजनाएं शामिल हैं जैसे कि उत्तर प्रदेश सरकार की छात्रवृत्ति और शुल्क प्रतिपूर्ति योजना, छात्र कल्याण प्रकोष्ठ, महिला प्रकोष्ठ, शिकायत निवारण प्रकोष्ठ, कौशल विकास प्रकोष्ठ, एंटी-रैगिंग प्रकोष्ठ, वार्षिक पत्रिका ' कीर्ति ' और अर्धवार्षिक पत्रिका ' लक्ष्य ' का प्रकाशन, आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ, वार्षिक समारोह ( सर्जना ) का आयोजन, सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन, फ्रेशर्स मीट ( स्पंदन ), वार्षिक खेल ( स्पर्धा ), सेमिनार और विस्तार व्याख्यान, कई प्रतियोगिताओं और सांस्कृतिक, सामाजिक, साहित्यिक और वैज्ञानिक गतिविधियों के साथ विभागीय परिषद, ' प्रेरिकी ' नामक एक आम बैठक के माध्यम से छात्रों और कॉलेज प्रशासन के बीच संचार , एलुमिनी मीट आदि।
इन सभी विशेषताओं के साथ यह महाविद्यालय पूर्वांचल में एक विशिष्ट स्थान रखता है तथा स्थानीय महिलाओं के सर्वांगीण विकास के लिए प्रतिबद्ध है।