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प्रोफेसर संजय कुमार

प्राचार्य

 

Principal's Message

प्रोफेसर संजय कुमार

प्राचार्य

 

इक्कीसवीं सदी महिलाओं की सदी है। आज महिलाएँ बड़े पैमाने पर घरों की चारदीवारी से बाहर निकलकर जीवन के हर क्षेत्र में सक्रिय हो गई हैं। इसी सक्रियता का परिणाम है कि ज्ञान, विज्ञान, चिकित्सा, शिक्षा, राजनीति, प्रबंधन, साहित्य आदि क्षेत्रों में महिलाओं ने अपनी क्षमता का परिचय दिया है।
स्वामी विवेकानंद ने एक बार कहा था कि "महिलाओं के सामने कई कठिन समस्याएँ हैं, लेकिन उनमें से एक भी ऐसी नहीं है जिसका समाधान शिक्षा के इस जादुई शब्द से न हो सके।" शिक्षा के प्रसार ने महिलाओं के जीवन को बदल दिया है। समकालीन ग्रामीण भारतीय परिवेश में, लड़कियाँ अब घरों तक सीमित नहीं हैं, बल्कि स्कूल जाने लगी हैं और बेहतर जीवन के अपने सपने साकार कर रही हैं, जिससे हमारे देश और राज्य के विकास में योगदान मिल रहा है।

आज इस चुनौतीपूर्ण दुनिया में शिक्षा के माध्यम से बालिकाओं की सोच और व्यक्तित्व को आधुनिक संवर्द्धन और तकनीकी उन्नयन प्रदान करने की आवश्यकता है। इसी उद्देश्य से हमारा राजकीय महिला स्नातोत्तर महाविद्यालय प्रतिबद्ध है। हम अपनी छात्राओं को वर्तमान युग की चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार करने हेतु कृतसंकल्प हैं। पहला उद्देश्य सभी छात्राओं को रोजगार के लिए आवश्यक योग्यताएँ प्रदान करना है, और दूसरा उद्देश्य उनकी वैचारिक और मानसिक शक्ति को इस प्रकार विकसित करना है कि वे जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में आने वाली सभी चुनौतियों का सामना पर्याप्त रूप से कर सकें।

हमें गर्व होगा जब हमारी बेटियाँ स्वयं बेहतर नागरिक बनें और साथ ही हमारे समाज को बेहतर बनाने में अग्रणी भूमिका निभाएँ। इसी उद्देश्य से, हमारे महाविद्यालय में अध्ययन-अध्यापन गतिविधियों के साथ-साथ छात्राओं के सर्वांगीण विकास हेतु वर्ष भर विभिन्न पाठ्येतर कार्यक्रम और प्रतियोगिताएँ आयोजित की जाती हैं।

नई शिक्षा नीति 2020 के अनुसार वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय, जौनपुर द्वारा निर्धारित सेमेस्टर प्रणाली के अंतर्गत सभी छात्राओं को स्नातक,  में विशेषज्ञ मार्गदर्शन एवं गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना हमारा लक्ष्य है। अपने प्रगतिशील प्रयासों से महाविद्यालय उन्नति की ओर अग्रसर है तथा सकारात्मक परिवर्तनों के साथ निरंतर नई ऊंचाइयों को प्राप्त करते हुए प्रतिदिन उच्च शिक्षा के नए प्रतिमान स्थापित कर रहा है।

मैं इस महाविद्यालय की निरंतर उन्नति और उन्नयन के लिए प्रतिबद्ध हूँ। मुझे इस दिशा में योगदान देने में खुशी हो रही है और भविष्य में भी मैं ऐसा करती रहूँगी। राजकीय महिला सांस्कृतिक महाविद्यालय, प्रदेश और पूर्वांचल का शीर्ष महाविद्यालय बना रहे। महाविद्यालय के प्राध्यापक और कर्मचारीगण, महाविद्यालय के प्रति अपनी प्रतिबद्धता और समर्पण के कारण, मेरे इस प्रयास और संकल्प का भरपूर समर्थन करते हैं। मेरी कामना है कि गाजीपुर की बेटियाँ सक्षम, सशक्त और नारी सशक्तिकरण की प्रतिमूर्ति बनें। राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर उनकी पहचान स्थापित हो।

 

शुभकामना सहित

प्रोफेसर संजय कुमार

प्रधानाचार्य